भारत देश के आपने कई शहरों के बारे में पढ़ा और सुना होगा। इसमें रेशम का नगर से लेकर तेल का नगर, दरवाजों का नगर व जिंक का नगर भी शामिल है। हालांकि, क्या आपको पता है कि भारत के किस शहर को पीतल नगरी के नाम से जाना जाता है। यह शहर भारत के प्रमुख नगरों में आता है और उद्योग के रूप से अहम है। इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि कौन-सा है भारत का यह शहर और देश के किस राज्य में है स्थित, जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
भारत में आपने अलग-अलग शहरों के बारे में पढ़ा और सुना होगा। देश के हर शहर की अपनी एक विरासत है, कला है, खान-पान है, वेशभूषा है, संस्कृति है, तो अनूठी परंपराएं भी हैं। इन्हीं सब से मिलकर एक एक विविध और श्रेष्ठ भारत बनता है। भारत के ये शहर अपनी अलग-अलग विशेषताओं की वजह से भारत के माथे पर विशेषता का तिलक लगाते हैं।
इन शहरों में यहां के उत्पादों की वजह से उपनाम भी दिया गया है। इस कड़ी में क्या आप जानते हैं कि भारत के किस शहर को पीतल नगरी भी कहा जाता है। यदि आपको मालूम नहीं है, तो इस लेख के माध्यम से हम भारत के इस शहर के बारे में जानेंगे।

इस शहर को कहा जाता है पीतल नगरी
भारत के अलग-अलग शहरों के बीच एक शहर ऐसा भी है, जिसे हम पीतल नगरी के नाम से जानते हैं। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश राज्य के मुरादाबाद शहर को हम पीतल नगरी के नाम से भी जानते हैं।
ODOP के तहत दिया गया था नाम
अब आपके मन में सवाल होगा कि आखिर इस शहरो को ही पीतल नगरी क्यों कहा जाता है। आपको बता देते हैं कि इस शहर को यह नाम आधिकारिक तौर पर दिया गया है। दरअसल, उत्तर प्रदेश के एक जिला-एक उत्पाद योजना के तहत इस शहर को यह नाम दिया गया है।
यहां बनाए गए पीतल के उत्पाद भारत की संस्कृति, इतिहास, विविधता और विरासत को दर्शाने का काम करते हैं। यह पर घरेलू इकाइयों से लेकर बड़ी फैक्ट्रियां हैं, जहां पर पीतल के उत्पादों में हस्तशिल्प की जाती है।
यहां पर पीतल के उत्पादों में हिंदू देवी-देवताओं के चित्रों से लेकर मुगलकालीन चित्रकारी की जाती है। इसके बाद इसे घरेलू इकाइयों में आकार देने के साथ चमकाने का काम किया जाता है।
अमेरिका और यूरोप में किया जाता है निर्यात
घरेलू इकाइयों में काम पूरा होने के बाद इन उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का तैयार करने के बाद उत्पादों को संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप में निर्यात किया जाता है। आपको बता दें कि मुरादाबाद शहर देश की राजधानी नई दिल्ली से करीब 170 किलोमीटर दूर है।
यह एक जनपद है, जो कि मुरादाबाद मंडल का भाग है। पीतल के उप्तादों के निर्माण व वैश्विक स्तर पर निर्यात करने के लिए इसे पीतल नगरी के नाम से जाना जाता है।